कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रतिमा का हुआ विसर्जन
अंगभारत/शंभूगंज (बांका) अंग क्षेत्र का प्रसिद्ध सिद्धपीठ तिलडीहा दुर्गा मंदिर में शारदीय नवरात्र के अष्टमी एवं नवमी पूजा पर दो दिनों के अंदर 2० हजार से भी अधिक पाठाबलि पड़ा। जबकि छह हजार के करीब बच्चों का मुंडन संस्कार हुआ। इसकी जानकारी देते हुए प्रभारी सीओ नागेंद्र कुमार ने बताया कि रसीद की गिनती नहीं हो सकी है, लेकिन आंकड़ा पिछले वर्ष की अपेक्षा अधिक है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अष्टमी का पाठाबली शाम 7:०० बजे से शुरू हो गया जो सुबह 5:०० बजे तक चला। नवमी का पाठाबलि दोपहर 1:०० बजे से शुरू हुआ जो दूसरे दिन सुबह 8:०० बजे तक चला। इस बीच आमलोगों से लेकर पुलिस-प्रशासन परेशान रहे।
कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद पाठाबली में सेंधमारी-
इस बार सुरक्षा व्यवस्था सख्त रहा। चारो तरफ पुलिस प्रशासन का पहरा रहा। इसके बावजूद स्थानीय लोगों और कुछ समिति सदस्यों की मिलीभगत से पाठाबलि में सेंधमारी हुई। चर्चा है कि मेला सुरक्षा में लगाए गए वोलेंटियर एवं हरिवंशपुर के स्थानीय लोगों के मेल से पैसे लेकर गुप्त द्बार से पाठाबलि कराने का खेल हुआ। चर्चा है कि प्रत्येक पाठा पर लोगों से 5०० रूपये अवैध वसूली कर बलि प्रदान कराया। जिसका परिणाम हुआ कि दूसरी ओर कतार में खड़े लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। अव्यवस्था का आलम यह रहा कि पेयजल की व्यवस्था नहीं रहने से कतार में खड़े लोग पानी के लिए व्याकुल रहे। सीओ नागेंद्र प्रसाद ने बताया कि स्थानीय लोगों द्बारा पाठाबलि में गड़बड़ी करने का काम किया। कई लोगों द्बारा बगैर रसीद के ही पाठाबलि कराने का काम किया। तिलडीहा परिसर में जगह शिकस्त के कारण बच्चों के मुंडन संस्कार में भी अफरा-तफरी का माहौल रहा।
वाहन पाîकग में बिचौलियों की कटी चांदी-
रामचुआ खेल मैदान एवं तिलडीहा बगीचा में वाहन पाîकग की व्यवस्था थी, लेकिन कोई शुल्क निर्धारित नहीं रहने से बिचौलियों द्बारा वाहन चालकों से मनमाना राशि वसूली किया गया। रूपये की लेन-देन में कभी-कभी तो वाहन चालकों और बिचौलियों के बीच हाथापाई भी होते दिखा।
कई मंत्री, विधायक भी माथा टेकने पहुंचे तिलडीहा-
लघु जल संसाधन मंत्री जयंत राज, पूर्व पंचायतीराज मंत्री सह नेता प्रतिपक्ष के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, बेलहर विधायक मनोज यादव, तारापुर विधायक राजीव कुमार सहित अन्य लोग देवी दर्शन करने तिलडीहा पहुंचे।
मंगलवार को बदुआ नदी में हुआ प्रतिमा विसर्जन-
दशवीं पूजा के दिन विधि-विधान के साथ नवरात्री की पूर्णाहुति हुई। शाम में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बदुआ नदी में प्रतिमा का विसर्जन हुआ।
नौ दिनों के बाद होगी मेढ़ वापसी-
मंदिर के पुजारी श्याम आचार्य ने बताया कि नदी में विसर्जित मेढ़ की वापसी नौवें दिन होगी। इस दिन मेढ़पति परिवार की तरफ से दो पाठाबलि दी जाती है। आम श्रद्धालूओं का पाठाबलि जिला प्रशासन द्बारा निर्धारित तिथि पर होगा। सुरक्षा व्यवस्था में डीएम अंशुल कुमार, एसपी डॉ० सत्यप्रकाश के अलावा तमाम पुलिस-प्रशासन सक्रिय रहे।