चौहान कोचिग सेंटर के निदेशक ने पीड़ित परिजनों को 10-10 हजार रूपए सहायता देने की घोषणा की
बांका,अंगभारत। अमरपुर थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर इटहरी और शोभानपुर गांव में सड़क दुर्घटना में दो महिला, एक युवती सहित तीन लोगों मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही चौहान कोचिग सेंटर के निदेशक संजय चौहान ने रविवार को पीड़ित परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस दिलाया। वहीं पीड़ित परिजनों को उन्होंने 1० – 1० हजार रूपए बतौर सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कल पीड़ित परिजनों को उक्त राशि दे दी जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि पीड़ित परिजनों से बातचीत के क्रम में जानकारी दी कि जख्मी का प्राथमिक उपचार फुल्लीडुमर और अमरपुर रेफरल में सही ढंग से नहीं किया। अगर सही ढंग से प्राथमिक उपचार किया जाता तो जान बच सकती है। ऐसे में संजय चौहान ने बिहार सरकार का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है कि सूबे की सरकार स्वास्थ्य सुविधा को सर्वाधिक प्राथमिकता देती है, लेकिन बांका के विभिन्न अस्पताल में इसकी समुचित सुविधा लोगों को उपलब्ध नहीं करायी जा रही है। उन्होंने सभी अस्पताल में बेहतर प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। ज्ञात हो अमरपुर के रामचंद्रपुर इटहरी और शोभानपुर गांव से सैकड़ों लोग सुल्तानगंज के उत्तर वाहिनी गंगा से जल भरकर कांवरिया श्रद्धालु ट्रैक्टरनुमा रथ बनाकर उसमें भगवान की झांकी सजाकर कीर्तन भजन करते पहले तेलडीहा दुर्गा मंदिर में जलपान किये। उसके बाद सभी श्रद्धालु जेष्ठगौरनाथ महादेव मंदिर स्थित शिवलिग का जलाभिषेक करने आ रहे थे। इस दौरान फुल्लीडुमर थाना क्षेत्र के नगरडीह गांव के पास अनियंत्रित बोलेरो ने श्रद्धालुओं के इस कीर्तन मंडली को रौंद दिया। जिसमें अबतक लोगों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद चौहान कोचिग के निदेशक संजय चौहान ने रामचंद्रपुर इटहरी और शोभानपुर गांव में जाकर पीड़ित परिजनों से मिलते हुए दु:ख व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शोभानपुर गांव की दो सगी बहन इस दुर्घटना में जख्मी हो गई थी जिसमें 17 वर्षीय लक्की कुमारी की इलाज के लिए भागलपुर मायागंज अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गई थी। वहीं उसकी बहन का भागलपुर में में इलाज चल रहा है। इस दौरान चिकित्सक डा. बिहारी लाल से मैंने बात की उन्होंने बताया कि उसकी स्थिति खतरे से बाहर है। इधर पीड़ित परिजनों को उन्होंने ढांढस दिलाया और कहा कि इस दुख की घड़ी में मैं आपके साथ हूं। उन्होंने जिला प्रशासन से पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द समुचित मुआवजा दिलाने की मांग की है। चिग सेंटर के निदेशक ने पीड़ित परिजनों को 1०-1० हजार रूपए सहायता देने की घोषणा की