तनाव मुक्ति के लिए करें भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास-डा. देशराज वर्मा
भागलपुर अंगभारत। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के इनडोर स्टेडियम में संचालित योग चेतना शिविर में विश्वविद्यालय योग प्रशिक्षक डॉ. देशराज वर्मा ने कहा कि आजकल भागदौड़ भरी जीवन शैली के कारण मानसिक तनाव बढ़ रहा है जो चिता, तनाव, क्रोध और शारीरिक समस्याओं (रोगों) का महत्वपूर्ण कारण है। मानसिक तनाव की मुक्ति के लिए भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास प्रतिदिन करना चाहिए। इसके नियमित अभ्यास से मानसिक तनाव, चिता,भय,क्रोध और बेचैनी कम होती है, मन शांत रहता है और एकाग्रता में वृद्धि होती है। इसके अभ्यास से रक्तचाप नियंत्रित होता है, माइग्रेन और सिर दर्द में राहत मिलती है, नकारात्मक विचारों में कमी आती है, अनिद्रा रोग दूर होते हैं और ध्यान की स्थिति बनने लगती है। इस प्रकार मानसिक तनाव मुक्ति के लिए भ्रामरी महत्वपूर्ण प्राणायाम है जिसका सभी को नियमित अभ्यास करना चाहिए। योग चेतना शिविर में विश्वविद्यालय क्रीड़ा सचिव डॉ. संजय जयसवाल भी उपस्थित थे। उन्होंने इनडोर स्टेडियम में संचालित योग चेतना शिविर हेतु हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। योग चेतना शिविर प्रतिदिन सुबह 6:3० बजे से प्रारंभ होता है। आज योग शिविर में प्रोफ़ेसर शिव प्रसाद यादव, डॉ. संजय जयसवाल , डॉ. गौतम कुमार यादव, डॉ रूचि श्री, डॉ. सीमा कुमारी, डॉ. मणिकांता, डॉ. सोनल पांडेय, गणेश चंद्र चटर्जी, रचना कुमारी, पूनम चटर्जी, और दिनेश कुमार उपस्थित थे।