बेमौसम बारिश से गेहूं की फसलें हुई बर्बाद, किसान परेशान
रजौन/बांका, अंग भारत। बिहार के मौसम में अचानक हुई बदलाव की वजह से राज्य के अधिकांश जिले में जोरदार बारिश हुई है। बेमौसम हुई बारिश की वजह से रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। खासतौर पर सर्वाधिक नुकसान गेहूं की खेती करने वाले किसानों को हुई है। दरअसल, दो दिन पूर्व हुई बेमौसम बारिश के बाद एक बार फिर शनिवार की मध्य रात्रि तेज आंधी व ओलावृष्टि के साथ हुई बारिश ने किसानों को रोने पर मजबूर कर दिया है। बांका जिले के रजौन प्रखंड सहित आसपास के क्षेत्रों में किसानों के खेतों में लगी गेहूं, चना एवं सरसों सहित अन्य रबी मौसम की फसलें बर्बाद हो चुकी है, जिससे किसानों को आर्थिक रूप से बुरी तरह क्षति पहुंची है। बता दें कि रजौन प्रखंड क्षेत्र के कठचातर-लीलातरी पंचायत अंतर्गत कृषि प्रक्षेत्र उपरामा सहित आसपास के गांवों में गेहूं की खेती व्यापक पैमाने पर होती है, लेकिन पिछले चार दिनों के अंदर लगातार दो बार बेमौसमी बारिश तथा विगत रात्रि तेज हवा व ओलावृष्टि के कारण 2००-3०० एकड़ खेतों में लगी गेहूं की फसलों ने गिर कर बिछावन का रूप ले लिया है, जिससे किसानों को आर्थिक रूप से काफी क्षति होने की संभावना व्यक्त की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उपरामा के किसान मिथिलेश कुमार चौधरी के 2 एकड़, निरंजन चौधरी के 2.5 एकड़, अंजनी कुमार चौधरी के 4 एकड़, मदन मोहन चौधरी के 2 एकड़, निशिकांत चौधरी के 3 एकड़, रूपेश कुमार चौधरी के 4 एकड़, सदानंद सिह के 2.5 एकड़, राजेश कुमार चौधरी के 3 एकड़, राघवेंद्र चौधरी के 2 एकड़, राहुल कुमार चौधरी के 2.5 एकड़ के अलावे मालती गांव में ओड़हारा पंचायत के मुखिया सह प्रखंड मुखिया संघ सचिव प्रवीण कुमार सिह के 2.15 एकड़ एवं उनके चाचा योगेंद्र सिह के करीब 4 एकड़ सहित कई अन्य किसानों के सैंकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि पर लगी गेहूं समेत अन्य रबी मौसम की फसलें बर्बाद हो गई है। इस सम्बंध में जदयू किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मुकेश सिह उर्फ बिनोद सिह एवं प्रखंड के कई किसानों का कहना है कि कृषि विभाग को मौखिक सूचना दे दी गई है एवं उन सभी किसानों ने जिला कृषि पदाधिकारी से गुहार लगाते हुए कहा है कि विभाग द्बारा शीघ्र जांच करवा कर गेहूं की फसल की हुई क्षतिपूर्ति के लिए उन सभी किसानों को मुआवजा देने की आवश्यक कार्रवाई की जाए।