निर्मल साह हत्याकांड : गोलमा मोड़ पर सड़क जाम कर यातायात किया अवरूद्ध
पतरघट/सहरसा, अंगभारत। गोलमा निवासी निर्मल साह का बिना सर का शव के साथ सोमवार को अतलखा मधेपुरा मुख्य मार्ग स्थित पतरघट गोलमा मोड़ पर सड़क जाम कर यातायात अवरूद्ध किया। तथा पतरघट पुलिस के खिलाफ आक्रोश जाहिर करते जमकर नारेबाजी किया। पतरघट थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते अड़े रहें। गोलमा सहित प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों लोग जाम स्थल पर पहुंच कर आरक्षी अधीक्षक को बुलाने की मांग करते स्थानीय पुलिस पर कई आरोप लगाते रहें। गोलमा निवासी मृतक निर्मल साह का परिजनों सगे संबंधियों सहित इलाके के लोगों ने निर्मल साह का हत्या के दो दिन बीत जाने के बाद भी गायब सिर को बरामद नहीं किये जाने से आक्रोशित थें। वहीं हत्या की घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी नहीं होने पर सवाल खड़ा कर रहे थे। पतरघट थानाध्यक्ष सहित थाना के अन्य पुलिस पदाधिकारी पहुंचकर जाम हटवाने का प्रयास किया। लेकिन जाम कर रहे लोगों ने पतरघट पुलिस की बातों पर भरोसा नहीं कर आक्रोशित होते तबादले की मांग करने लगे। मामला बिगड़ते देख सड़क जाम की सूचना वरीय अधिकारी को दी गई। जाम की सूचना पर लरीय अधिकारी के निर्देश पर सौरबाजार थानाध्यक्ष पुनि अजय कुमार पासवान, सोनवर्षा थाना अध्यक्ष पुअनि अविनाश कुमार सिह, बसनही थाना अध्यक्ष पुअनि कुलवंत कुमार, काशनगर थाना अध्यक्ष पुअनि बिक्की रविदास, पस्तपार अपर थाना अध्यक्ष पुअनि अमरजीत कुमार, बैजनाथपुर थाना सहित सहरसा क्युआरटी टीम पहुंचा। पतरघट थाना अध्यक्ष ने जाम कर रहे लोगों से 48 घंटा का समय मांगा। तथा जाम कर रहे लोगों से सौरबाजार एवं सोनवर्षा थानाध्यक्ष ने सालिनता का परिचय देते वार्ता किया। उनकी बातों पर लोगों ने भरोसा करते दो घंटा बाद जाम समाप्त किया। रविवार को गोलमा में सड़क जाम कर रहे आक्रोशित लोगों को थानाध्यक्ष ने समय मांगते उदभेदन किये जाने का भरोसा दिलाया था। परिजनों ने निर्मल साह का गायब सिर मिलने की उम्मीद में रविवार को दाह-संस्कार नहीं किया था। घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ आलोक कुमार के नेतृत्व में पतरघट पुलिस के आलावा डीआईयू, डॉग स्क्वायड सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी काफी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंच कर मृतक निर्मल साह का कटा सिर को बरामद करने के लिए प्रयास करता रहा। लेकिन 36 घंटा बाद भी सफलता नहीं मिलने से मृतक का परिजन सहित ग्रामीण आक्रोशित होकर शव के साथ गोलमा बैलगाड़ी मोड़ को घंटों जाम कर यातायात अवरूद्ध किया। सिर मिलने की प्रतीक्षा में तीसरा दिन सोमवार को बिना सिर के शव का दाह-संस्कार किया गया।