कॉमरेड उषा शर्मा की स्मृति दिवस पर आयोजित की गयी व्याख्यानमाला
भागलपुर ,अंगभारत।
महिला आन्दोलन की जुझारु नेत्री कॉमरेड ऊषा शर्मा की 5वीं स्मृति दिवस पर ऐक्टू ने “कम्पनी – राज व सांप्रदायिकता का बढ़ता शिकंजा और मजदूरों की भूमिका” विषय पर बुधवार को स्थानीय पेंशनर समाज भवन के सभागार में व्याख्यानमाला का आयोजन किया। व्याख्यानमाला की शुरुआत कॉमरेड उषा शर्मा की तस्वीर पर पुष्प अर्पण और दो मिनट का मौन रखकर शहीदों – दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने से हुई। व्याख्यानमाला की अध्यक्षता ऐक्टू के जिला उपाध्यक्ष विष्णु कुमार मंडल ने और संचालन ऐक्टू के राज्य सह जिला सचिव मुकेश मुक्त ने की।
उदघाटन ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व एआईसीडब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय महासचिव एसके शर्मा ने की, जिसे एटक के जिला महासचिव डॉ. सुधीर शर्मा, सीटू के जिला सचिव दशरथ प्रसाद, भाकपा-माले के जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल, इनौस के राज्य सहसचिव गौरीशंकर राय, ऐपवा के जिला सचिव रेणु देवी आदि ने संबोधित किया।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कॉमरेड एसके शर्मा ने कहा कि मोदी शासन में मेहनतकशों की दुर्दशा चरम पर पहुुंच गई है। बेरोजगारी, बदहाली और असमानता
आसमान छू रही है, तो मजदूरी में भारी गिरावट आई है। मजदूरों के अधिकार और सामाजिक सुरक्षा तहस-नहस हो गए हैं। मजदूरों से साप्ताह में 70 से 90 घंटे काम कराने का शोर कॉरपोरेट जगत मचा रहा है। दूसरी ओर व्यापार करने में आसानी के नाम पर कॉरपोरेट जगत को देश की सुंपत्ति और संसाधनों को लटूने की खुली छूट दी जा रही है। देश पर कम्पनी राज थोपा जा रहा है।उन्होंने कहा कि मोदी शासन के तीसरे कार्यकाल में लोगों के जीवन और आजीवका पर हमलों को और तेज कर दिया गया है। कड़ी मेहनत और कुर्बानियों से हासिल सभी श्रम कानूनों को खत्म कर, उनकी जगह मजदूर विरोधी 4 श्रम कोड लागू करने की जोर-शोर से तैयारी की जा रही है। श्रम कोड के लागू होने से मजदूर वर्ग, कॉर्पोरेट कंपनियों का गुलाम बन जाएगा। ये कोड काम के घंटे, न्यनूतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा, आदि सभी अधिकार छीन लेंगे। दूसरी ओर सांप्रदायिक हिंसा और नफरत को बढ़ावा देकर समाज में वैमनस्यता का जहर घोला जा रहा है। इसे रोकने के लिए मजदूर अधिकारों की दावेदारी का संघर्ष तेज करे। अपने अधिकारों को पुनः हासिल करने के लिए मजदूरों की व्यापक एकता बनाएं। वक्ताओं ने मजदूर दिवस को मजदूर अधिकारों की रक्षा के संघर्ष में बदल देने और 20 मई के देशव्यापी आम हड़ताल को ऐतिहासिक रुप से सफल बनाने का आह्वान किया।व्याख्यानमाला कार्यक्रम में ऐक्टू के उपाध्यक्ष मनोज कृष्ण सहाय, अरुणाभ शेखर व दिनेश कापरी, संयुक्त सचिव अमर कुमार, शैलेंद्र कुमार सिंह, चंचल पंडित व लूटन तांती, मो. सुदीन, अशांक श्रेयस, रमाशंकर कुमार सिंह, शंकर तांती, ऐपवा की जिला उपाध्यक्ष मीरा देवी, स्मिता, असंगठित कामगार महासंघ की कारी देवी, सुनीता देवी, माला देवी, बबलू दास, रेखा देवी, गुड़िया देवी, विशाखा देवी, कारू यादव, नूतन देवी, विमला देवी आदि सैकड़ों महिला-पुरुष कामगार शामिल हुए।