हर रविवार पर्यावरण के तहत लगायें पेड़ व पौधे:डॉ सुनील कुमार
अमरपुर/बांका अंगभारत| अमरपुर प्रखंड के वन संशाधन केन्द्र सुपाहा में रविवार को जिविका दीदीको एवं किसानों के साथ पर्यावरण संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ सुनील कुमार, पटना के प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रभात कुमार गुप्ता, वन प्रमंडल बांका के पदाधिकारी शिखर प्रधान, भागलपुर के क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार, सहायक वन संरक्षक बांका के अम्बेश किशोर उपस्थित हुए। आये हुए अतिथियों को रैंजर निधि कुमारी ने पेड़, चांदी की मछली व बुके देकर स्वागत किया। उपस्थित किसान व जिविका दीदीयों से मंत्री ने पौधशाला चलाने के संबंध में आवश्यक जानकारी प्राप्त किया। जिसपर जिविका दीदीयों ने पौधशाला चलाने की एवज मे तीन किस्तो में पैसे देने की बात कहते हुए कहा कि पौधशाला चलाने की एवज में प्रति एक पौधे पर पहला किस्त सात रूपैया, दुसरा किस्त आठ रूपैया एवं तीसरा किस्त नौ रूपैया दी जाती है। मौके पर मंत्री डॉ सुनील कुमार ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सन् 2020 में पहला कोरोना आया तथा सन् 2021 में कोरोना काल का दुसरा टर्म आया जिसमें ऑक्सीजन की कमी से काफी लोग मौत के गाल में समा गये। आज आम लोग अपने सुख व सुविधा के लिए तेजी से पेड़ों की कटाई कर रहे हैं जिस कारण देश में ऑक्सीजन स्तर काफी हद तक नीचे चली जा रही है। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की रक्षा के लिए पैड़ -पैधा लगाना बेहद जरुरी हो गया है। उन्होंने मौजूद किसानो से अपने-अपने खेतों के अड्डे पर छायादार वृक्ष लगाने की अपील किया। मंत्री ने बताया कि एक पेड़ विभाग से दस रूपैये में मिलती है जब पेड़ तीन साल का हो जाता है तो विभाग के द्वारा एक पेड़ का 70 रूपैये दी जाती है और दस वर्ष के बाद वही पेड़ लाखो रूपैये की हो जाती है। उन्होंने कहा कि रविवार छुट्टी का दिन होता है और इस दिन आप अपने पुत्र, पिता, भाई, बहन, मित्र, रिश्तेदारों के नाम पर एक-एक पेड़ लगायें। सिर्फ पेड़ लगाने से कुछ नहीं होगा बल्कि पेड़ लगाने के बाद उन पेड़ों का संरक्षण करना भी बेहद जरुरी होता है। तभी आने वाले समय में बिहार को हरित बिहार बनाने में हम कामयाब होंगे। मंत्री ने बताया कि पेड़ पौधों को संरक्षित करने के लिए महिला गश्ती दल, पर्यावरण मित्र, जिविका दीदीयों का भी काफी महत्वपूर्ण योगदान रहती है। जितना पेड़-पौधे लगायेंगे उतना ही पर्यावरण अच्छी होगी। 2027 तक बिहार को हरित बिहार बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसिलिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाये तथा अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी पेड़ पौधे लगाने के लिए जागरूक करें ताकि आने वाले समय में हम अपने बच्चों को शुद्ध वातावरण देने में कामयाब हो सकें। इस अवसर पर शिक्षक प्रवीण कुमार प्रणव समेत सैकड़ों की संख्या में किसान व जिविका दीदी उपस्थित थे।।।।।।