फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के दुष्प्रचार और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की दो-राष्ट्र सिद्धांत पर भड़काऊ टिप्पणियों की आलोचना की
श्रीनगर,अंग भारत। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश के पहलगाम क्षेत्र में हाल ही में हुए आतंकी हमले की निंदा की और इसके लिए सुरक्षा चूक और जम्मू-कश्मीर को अस्थिर करने के पाकिस्तान के प्रयासों को जिम्मेदार ठहराया।अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के दुष्प्रचार और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की दो-राष्ट्र सिद्धांत पर भड़काऊ टिप्पणियों की आलोचना की, साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया के लिए समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह सुरक्षा और खुफिया चूक का मामला है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह पसंद नहीं आया होगा कि हम अपनी जिंदगी बहुत अच्छे से जी रहे हैं।उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने दो-राष्ट्र सिद्धांत के बारे में बोलकर उकसाया है। उन्होंने कहा कि अगर युद्ध होता है तो यह बातचीत की मेज पर आएगा लेकिन बातचीत की मेज पर क्या होगा, यह केवल अल्लाह ही जानता है। फारूक अब्दुल्ला ने वक्फ अधिनियम पर अपनी स्थिति स्पष्ट की, विधेयक का कड़ा विरोध किया और सर्वाेच्च न्यायालय से न्याय की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि हम वक्फ बिल का विरोध करते हैं इसमें कोई संदेह नहीं है। यह अभी भी एक मुद्दा है और हम सुप्रीम कोर्ट से न्याय की उम्मीद करते हैं।उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना बहुत दर्दनाक थी इससे नफरत बढ़ती है। नफरत फैलाने का मकसद किसका है, वे ऐसा क्यों कर रहे हैं और इससे उन्हें क्या फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम ही बीच में फंस जाते हैं। हम पिछले 30-35 सालों से यह देख रहे हैं। इससे कश्मीर के लोग सबसे ज्यादा पीड़ित हैं।इससे पहले मंगलवार को जेकेएनसी प्रमुख ने केंद्र सरकार को अपना पूरा समर्थन देते हुए कहा कि पहलगाम हमले के जवाब में प्रधानमंत्री को जो भी जरूरी कदम उठाने चाहिए, वह उठाएं।