पूर्णिया

वक्फ कानून 2025 और पहलगाम में आतंकवादी हमले के विरोध मे पूर्णियां में विशाल विरोध प्रदर्शन

पूर्णिया, अंग भारत|  ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निर्देश पर, इमारत ए शरिया बिहार, ओडिशा, झारखंड और पूर्णियां के प्रमुख सामाजिक संगठनों के संयुक्त नेतृत्व में वक्फ कानून 2025 और पहलगाम मे हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ पूर्णियां शहर की जामा मस्जिद खजांची हाट से कल शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद एक विशाल सार्वजनिक विरोध जुलूस निकाला गया।इस जुलूस मे हजारों की संख्या मे कार्यकर्ताओं ने शिरकत किया|यह जुलूस, जामा मस्जिद लाईन बाजार, फोर्ड कंपनी होते हुए शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए आर एन शाह चौक और फिर वहां से लख्खन चौक होते हुए रजनी चौक के रास्ते अरबिया कॉलेज रोड से गुजरते हुए जामिया खोलफा-ए- राशेदीन माधोपाडा पहुंचकर समाप्त हो गया|इस विरोध प्रदर्शन के संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नेताओं ने जानकारी देते हुए शहर काजी मौलाना अरशद कासमी, मुफ्ती अहमद हुसैन कामी, मुफ्ती जुबैर सिद्दीकी, मौलाना मुबारक हुसैन मिफताही, मौलाना वहीदुज्जमा क़ासमी मोहम्मद अबरार, इस्माइल हाशमी, मौलाना मंज़ूर नोमानी, हाफिज मोइनुल हक, मौलाना सउदुल्लाह रहमानी और मोहम्मद शाहिद ने अपने संयुक्त कहा कि केंद्र सरकार की मनमानी और तानाशाही रवैया, देश के संविधान को ही नहीं बल्कि लोकतंत्र को कमजोर बनाने जैसा है। केंद्र की सरकार हर मोर्चे पर विफल हो रही है और उसके विफल शासन का नतीजा है कि देश के मासूम नागरिक आतंकवादियों का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने पहलगाम की घटना को कायरतापूर्ण कृत्य बताते हुए इसकी कड़ी शब्दों में निंदा की तथा इसमे संलिप्त दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कठघरे में लाने की मांग की।पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए संगठन के मीडिया प्रभारी मौलाना सैयद तारिक अनवर ने कहा कि आल इंडिया मुस्लिम पर्शनल लाॅ बोर्ड के निर्देश पर इमारत ए शरिया बिहार, ओडिशा, झारखंड और पूर्णिया के प्रमुख संगठनों की अगुआई मे यह मार्च निकाला गया। इसमें पूर्णियां शहर और आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

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