पीरपैंती क्षेत्र को मिला अपना पहला महाविद्यालय,छात्र-छात्राओं में खुशी
भागलपुर,अंग भारत। जिले के पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र के मथुरापुर महाविद्यालय को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से आधिकारिक मान्यता मिल गई, जिसको लेकर यहां के छात्र छात्राओं और ग्रामीणों में उत्साह का माहौल है। उल्लेखनीय है कि लंबे समय से इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा संस्थान की कमी महसूस की जा रही थी, जिससे यहां के छात्रों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। दियारा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को अब तक उच्च शिक्षा के लिए भागलपुर, कहलगांव या अन्य शहरों का रुख करना पड़ता था।इंजीनियर अमन सिन्हा ने बताया कि यह सिर्फ एक महाविद्यालय की मान्यता नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास की एक नई शुरुआत है। हमारी कोशिश है कि हर बच्चा, चाहे वो दियारा का हो या किसी दूर दराज गांव का, उसे बेहतर शिक्षा मिले और वह समाज में अपना स्थान बना सके। इस मौके पर बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री, मंत्रिमंडल के सदस्यों और तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति एवं पदाधिकारियों का भी स्थानीय लोगों के साथ इंजीनियर अमन कुमार सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।परिवहन की असुविधा, आर्थिक बोझ और सामाजिक परिस्थितियों के कारण कई छात्र आगे की पढ़ाई से वंचित रह जाते थे। खासकर लड़कियों की शिक्षा पर इसका सीधा असर पड़ता था। लेकिन अब मथुरापुर महाविद्यालय की मान्यता से छात्रों को घर के पास ही स्नातक स्तर की पढ़ाई का अवसर मिलेगा। इससे न सिर्फ शिक्षा का स्तर बढ़ेगा, बल्कि ग्रामीण युवाओं को भी आगे बढ़ने का नया रास्ता मिलेगा। इस उपलब्धि को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह है।