राहुल गांधी पर मुकदमे के विरोध में गरजा जनआक्रोश
पूर्णिया, अंग भारत। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर दर्ज मुकदमे और दलित छात्रों से संवाद पर प्रतिबंध के खिलाफ जन आक्रोश लगातार तेज होता जा रहा है। इसी क्रम में कल शुक्रवार 15 मई के अपराह्न 4 बजे पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के आह्वान पर पूर्णिया के आर एन साह चौक पर गृह मंत्री और बिहार के उपमुख्यमंत्री का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर विरोध जताया गया।प्रदर्शन के दौरान सांसद प्रवक्ता राजेश यादव ने कहा लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज़ दबाना तानाशाही का संकेत है। राहुल गांधी जी पर मुकदमा दर्ज करना न सिर्फ लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है, बल्कि संविधान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ भी खुला हमला है।उन्होंने कहा कि दलित छात्रों से संवाद पर रोक लगाना यह दर्शाता है कि सरकार शिक्षा और विचारों के विस्तार से डरती है।उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि “नीतीश जी खुद को समाजवादी परंपरा का वाहक बताते हैं तथा उन्होंने ही कहा था ‘लोकतंत्र लोकलाज से चलता है, परन्तु आज वही लोकतांत्रिक लोकलाज की हत्या कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने इस बात पर भी नाराज़गी जाहिर की कि बिहार में नौजवानों को नौकरी मांगने पर लाठी मिलती है, रोजगार नहीं। यह सत्ता की संवेदनहीनता और असंवेदनशील शासन शैली का स्पष्ट प्रमाण है।इस विरोध प्रदर्शन में बबलू भगत, सुड्डू यादव, अरुण यादव, जहांगीर आलम, शंकर सहनी, बनमनखी चेयरमैन शालीग्रामी ऋषिदेव, सुनील राय, रमेश पासवान (जानकीनगर चेयरमैन), गोपाल सिंह, अनिल बंधु, ई. सुनील उर्फ मुन्ना यादव, नूतन सिंह, सुशीला भारती, सोनी कुमारी, जयंती देवी, सुनील पासवान, एस.पी. यादव, करण यादव, विशाल यादव, जिम्मी आलम, शंकर कुमार, संगम यादव, रवि कुमार, राजा, अमित, राहुल सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद रहे।