शहर में कुड़ा उठाव नगर प्रशासन के लिए बना चुनौती:कुछ वार्ड में कुड़ा उठाकर कर रहे हैं खानापुर्ति
अमरपुर/बांका अंगभारत| अमरपुर नगर प्रशासन तथा जनप्रतिनिधि गणो के द्वारा किये जा रहे शहर की साफ-सफाई के दावों की पुरी तरह पोल खुलती जा रही है। जगह-जगह से कुड़े का उठाव, नालो की उड़ाही, प्रतिदिन मुख्य सड़को पर लगने वाला झाड़ू विगत तेरह दिनो से पुरी तरह से बाधित हो गई है। हालांकि सोमवार को कुछ वार्डो से कुड़े का उठाव वार्ड पार्षदो की पहल से कराया गया लेकिन नये मजदुरो से कराई जा रही कार्यो में सिर्फ खानापुर्ति की जा रही है। वार्ड नंबर बारह ग्रामीण बैंक के समीप खुलेआम नालो का गंदा व बदबुदार पानी सड़को पर बह रही है जिस कारण दुकानदारों के साथ- साथ राहगीरों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दुकानो के आगे कुड़े का ढेर लगी हुई है। मजबुरन दुकानदार अपने दुकानो के आगे लगे कुड़े के ढेर में आग लगाकर उसे हटा रहे हैं। उधर दुसरी तरफ नगर पंचायत में पुर्व से कार्यरत सफाई कर्मी अपने मांगो को लेकर मंगलवार से जिला समाहरणालय में धरना प्रदर्शन करने की बात कह रहे हैं। सफाई कर्मी धनंजय मेहतर, अमीत कुमार, अनील कुमार, पवन कुमार, मिथुन मेहतर आदी ने बताया कि वह सभी सफाई कर्मी वर्षों से शहर का साफ-सफाई कार्य करते आ रहे हैं। जिसमें मजदुरी के रूप में उनलोगों को मात्र 310 रूपैया दी जाती थी तथा 84 रूपैया प्रतिदिन के हिसाब से इपीएफ राशी की कटौती कर लिया जाता था लेकिन आज तक कई मजदुरो को इपीएफ राशी नहीं मिला है और ना ही संवेदक के द्वारा इपीएफ राशी जमा होने का साक्ष्य दिया गया है। 310 रूपैये की मजदुरी में परिवार का भरण पोषण करने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इपीएफ राशी बंद कर मजदुरी बढोत्तरी की मांगो को लेकर सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए। हड़ताल की सुचना पर जिला प्रशासन के निर्देश पर डीआरडीए निर्देशक अमरपुर पहुंचकर मजदुरो की समस्याओं को सुना तथा सफाई संवेदक सुनील कुमार सिंह को अविलंब 24 घंटे के अंदर कटौती की गई इपीएफ राशी का सभी मजदुरो का साक्ष्य देने का निर्देश दिया। लेकिन आज तक सफाई संवेदक के द्वारा कटौती की गई इपीएफ राशी का साक्ष्य नहीं दिया गया है। बल्कि सफाई संवेदक तथा नगर पंचायत के प्रतिनिधि गण आपसी तालमेल के साथ पुर्व से कार्यरत मजदुरो को हटाकर नये मजदुरो से कार्य कराने की साजिश रच रहे हैं। सफाई कर्मियों ने बताया कि मंगलवार से सभी सफाई कर्मी एकजुट होकर जिला प्रशासन के समक्ष हड़ताल कर अपनी मांगो से अवगत कराते हुए इंसाफ दिलाने की मांग करेंगे। उधर दुसरी तरफ शहर के नालो की उड़ाही नहीं होने तथा शहर की मुख्य सड़को व गली मोहल्ले में प्रतिदिन झाड़ू नहीं लगने से शहर वासियों का आक्रोश दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।