सोलह सिंगार कर सुहागिन महिलाओ ने की वट सावित्री पूजा
धोरैया/बांका अंगभारत| पूरे प्रखंड क्षेत्र में सोमवार को ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को सुहागिन स्त्रियां श्रद्धापूर्वक वट सावित्री पूजा की। सुहागिन महिलाओ ने सोलह श्रृंगार कर पति की लंबी आयु की कामना के साथ वट वृक्ष की पूजा की। मान्यता है कि इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्य के साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। बता दे कि सोमवार की अहले सुबह से दोपहर तक सुहागन महिलाओं का नजदीकी बरगद के वृक्ष के पास पहुंचने का सिलसिला जारी रहा । वट सावित्री पूजा विधि विधान से करने के बाद सुहागिनों ने वट वृक्ष में कच्चा सूत से सात फेरे भी ली और अपने पति के लंबे उम्र की ब्रह्मा,विष्णु और महेश से कामना की। मान्यता है कि वटवृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवताओं का वास होता है। वट वृक्ष की पूजा आराधना करने से एक साथ त्रिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वट सावित्री पूजा के बाद सुहागिन महिलाएं एक-दूसरे को पूजन में प्रयोग होने वाले पंखे से खोइछा भी देती हैं व सिंदूर का दान करती हैं। इसके बाद महिलाएं अपने बड़ों का आशीर्वाद लेती हैं। वट सावित्री व्रत सुख-समृद्धि व अखंड सौभाग्य का प्रतीक है।सुहागिन महिलाएं पूजा अर्चना के बाद पूजा के दौरान ली गई छायाचित्र और अपने पति के साथ ली गई सेल्फी को सोशल साइट्स के तमाम प्लेटफार्म पर शेयर करते हुए देखी गई।