आईआईटी-जेईई एडवांस परीक्षा में, ठाकुर स्वराज सिंह ने 861वां रैंक प्राप्त कर,इलाके का नाम किया रोशन
धोरैया/बांका अंगभारत| बांका जिला अंतर्गत धोरैया प्रखंड के बेलडीहा गांव निवासी इंदु शेखर प्रसाद सिंह के पौत्र एवं ठाकुर नीरज कुमार सिंह का इकलौता पुत्र ठाकुर स्वराज सिंह ने आईआईटी-जेईई एडवांस परीक्षा में 861वां रैंक प्राप्त कर अपने जिले प्रखंड सहित इलाके का नाम रोशन किया है। “रख हौसला वह मंजर भी आएगा, प्यासे के पास चलकर समंदर भी आएगा, थक कर मत बैठकर ए मंजिल के मुसाफिर,मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आएगा”। इस बात को चरितार्थ करते हुए स्वराज ने खेलने कूदने के उम्र महज 17 वर्ष में ही आईआईटी-जेईई एडवांस 2025 की परीक्षा में पहली बार में ही सफलता अर्जित किया है। स्वराज को आल इण्डिया रैंकिंग में 861वां स्थान प्राप्त हुई है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता तथा अपने गुरुजनों को दी हैं। स्वराज के परीक्षा में सफलता मिलने की जानकारी जैसे ही गांव के लोगों को हुई, तो गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। परिवार के सदस्यों से मिली प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने अब तक की सारी शिक्षा हैदराबाद में रह कर ही ग्रहण किया है। चाचा गुंजन सिंह ने बताया कि स्वराज बचपन से मेधावी छात्र के साथ-साथ अनुशासित लड़का था। उसने अपनी लगन के बल पर प्रथम प्रयास में ही उत्कृष्ट प्रदर्शन कर 861वां रैंक प्राप्त करते हुए, जिले मे परचम लहराने के साथ-साथ परिवार के लोगों का भी सम्मान बढ़ाया है। यह परिवार के लिए गर्व की बात है। जबकि स्वराज के पिता ठाकुर नीरज सिंह ने बताया कि मेरा बेटे शुरुआती समय से ही पढाई में अव्वल रहा हैं, मुझे भी यह यकीन था कि मेरा पुत्र एक न एक दिन सफलता हासिल करेगा। स्वराज एक भाई एक बहन में छोटा है। स्वराज की बहन ने भी इंजीनियरिंग की है। जबकि स्वराज के पिता ठाकुर नीरज सिंह आईआईटी प्रोफेसर है। स्वराज ने कहा कि आत्मविश्वास के साथ परिश्रम करने से कोई भी मंजिल आसान हो जाता है। परीक्षा की तैयारी में हमें कोई कठिनाई नहीं हुई, मुझे अपने आप पर पूरा विश्वास था कि मैं यह कर पाऊंगा। पढ़ाई के लिए माता-पिता का सदैव सपोर्ट मिलता है। आज उनके आशीर्वाद से यह सफलता प्राप्त हुआ है।