अवैध शराब व कोरेक्स के बाद अब ब्राउन शुगर जैसे मीठे जहर के गिरफ्त में रजौन के युवा पीढ़ी
रजौन/बांका, अंग भारत। प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों सूखे नशे का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ रहा है, जिस कारण युवाओं का जीवन धीरे-धीरे अंधकारमय हो रहा है। इसका प्रमुख कारण है कि नशीले पदार्थों का आसानी से उपलब्ध हो जाना, जिससे युवा पीढ़ी नशे के चंगुल में तेजी से फंस रही है। बता दें कि बिहार में वर्ष 2016 में लागू हुए शराब बंदी कानून को करीब आठ वर्ष पूरे हो गए हैं। इन आठ वर्षों में बिहार में एक ओर जहां शराब पर पाबंदी रही, वहीं दूसरे नशे का प्रचलन भी तेजी से बढ़ा है, हालांकि शराब के साथ तमाम प्रकार के नशीले पदार्थों की बिक्री पर मनाही है, लेकिन शराब को छोड़कर दूसरे नशा करते पकड़े जाने पर लोगों को जेल जाने का भय नहीं रहता है, इस कारण दूसरे नशों का इस्तेमाल कर युवा पीढ़ी अधिक बर्बाद हो रहे हैं। नशे का सेवन कर युवा अपने मार्ग से भटक रहे हैं। बताया जाता है कि युवा पीढ़ी दवा के रूप में प्रयोग होने वाली कोडिन युक्त कफ सिरप, गांजा व ब्राउन शुगर जैसी नशे की चपेट में आ रहे हैं। कफ सिरप का नशे के रूप में इस्तेमाल करने की बात आम बात हो गई है। बिहार में वर्ष 2016 से लागू शराब बंदी कानून के बाद अवैध शराब व कोरेक्स जैसी कोडीन युक्त प्रतिबंधित कफ सिरप के साथ ही इन दिनों मीठे जहर ब्राउन शुगर का कारोबार भी खूब फल-फूल रहा है, जिसके गिरफ्त में रजौन के युवा पीढ़ी फंसते जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार रजौन प्रखंड के कई गांवों में इस मीठे जहर का धंधा चोरी-चुपके जोरशोर से चल रहा है और ऐसे धंधेबाज कुछ पैसे की खातिर यहां के युवा पीढ़ियों को नशे की लत लगाकर घरेलू हिंसा कराने को मजबूर कर रहे हैं। ऐसे कई मामले सामने भी आए हैं, जहां कई युवा रत्ती भर ब्राउन शुगर के लिए अपने घर की साइकिल सहित गहने आदि तक को चोरी-चुपके से बेच दे रहे हैं। जानकारों की माने तो इसका सेवन करने वाला इस नशे के गुलाम हो जाते हैं और इसका धंधा करने वाला दिनों दिन मालोमाल हो रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक रजौन प्रखंड के सैकड़ों की संख्या में युवा पीढ़ी इस मीठे जहर के गिरफ्त में है। इतना ही नहीं यहां कोडीन युक्त कोरेक्स जैसे प्रतिबंधित कफ सिरप की बिक्री रजौन, राजावर, बामदेव बाजार, पुनसिया सहित कई ग्रामीण इलाकों के मेडिकल स्टोर में भी चोरी-चुपके से किया जा रहा है, जिसका सेवन लोग नशे के लिए कर रहे हैं, हालांकि उत्पाद विभाग की टीम राजावर में छापा मार कर इस धंधे का भंडाफोड़ भी कर चुकी है। इधर अब यहां के लोगों ने ब्राउन शुगर जैसे मीठे जहर का धंधा शुरू कर युवा पीढ़ी को इस दलदल में धकेल दिया है। प्राप्त सूचना के मुताबिक रजौन प्रखंड के कई गांवों में ब्राउन शुगर धड़ल्ले से बिक रहा है, जिसके गिरफ्त में आकर कई युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही है, जबकि ब्राउन शुगर का धंधा करने वाले लोगों को इससे कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें बस पैसे से मतलब है। इधर ब्राउन शुगर का धंधा करने वाले गिरोह तक पहुंचने के लिए पुलिस भी जुटी हुई है, लेकिन फिलहाल उन्हें सफलता नहीं मिल सकी है।