मदरसा में कार्यरत शिक्षको को ढाई वर्ष से नही हुआ वेतन भुगतान,परिवार में आई भुखमरी की समस्या
सुपौल, अंग भारत। जिले में प्रस्वीकृत की अहर्ता पूर्ण करने वाले जिले के 609 कोटि के आठ मदरसा संख्या 609/538 और 609/548 सहित अन्य में कार्यरत शिक्षा कर्मियों, शिक्षकों को तीस माह से वेतन भुगतान नहीं होने से मदरसा में बच्चों को शिक्षा प्रदान करने वाले कर्मियों शिक्षकों के परिवार के बीच पेट पर लाले पड़ गए हैं। मदरसा के शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं होने से उनके सामने ढेर सारी मुसीबतें खड़ी हो गई है, ढाई वर्षों से वेतन नहीं मिलने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, यो कहे तो इन लोगों के घर भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। वेतन न मिलने से शिक्षकों को बच्चों के पालन पोषण शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जबकि शिक्षा विभाग सरकार के उप सचिव अमित कुमार पुष्पक द्वारा पत्रांक 10/व-श1-38/2014(छाया) अंश 63 दिनांक तीस मई 2025 द्वारा जारी पत्र में सभी अराजकीय प्रस्कृत मदरसों को वेतन भुगतान करने का आदेश दिया है वहीं जारी पत्र में विभिन्न जिलों के लिए दी गई राशि भी अंकित की गई है जिसमें सुपौल जिला के लिए चार करोड़ रुपए की राशि दी गई है। इसके बावजूद अबतक इन लोगों को भुगतना नहीं दिया गया है जिससे परेशान मदरसा शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग और राज्य सरकार से अविलंब वेतन भुगतान की मांग की है। वहीं जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय कर्मी वरीय सहायक मनोज पाल ने बताया सस्पेक्टेड मदरसा का भुगतान नहीं हुआ है बाकी सभी अहर्ता पूर्ण करने वाले मदरसा को भुगतना कर दिया है। बाकी कि रिपोर्ट भेजी गई है।