ईवीएम और वीवीपैट की प्रथम स्तरीय जांच शुरू,22 जून तक चलेगा कार्य,जांच टीम में शामिल है 18 अभियंता
मधेपुरा,अंग भारत| भारत निर्वाचन आयोग के निदेशानुसार आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन, 2025 के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और मतदाता सत्यापन योग्य पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) का प्रथम स्तरीय परीक्षण शनिवार से शुरू हो गया है। यह प्रक्रिया आगामी 22 जून तक जारी रहेगी। यह जांच प्रक्रिया समाहरणालय परिसर स्थित ईवीएम वेयर हाउस में किया जा रहा है। इस तकनीकी प्रक्रिया का संचालन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त ईसीआईल कंपनी, हैदराबाद के 18 अभियंताओं की टीम द्वारा किया जा रहा है। इस संबंध में डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी तरनजोत सिंह ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि मधेपुरा जिले में इस प्रक्रिया के दौरान कुल 2776 बैलट यूनिट, 2228 कंट्रोल यूनिट और 2371 वीवीपैट मशीनों की जांच की जाएगी। शनिवार को 120 बालेट यूनिट, 120 कंट्रोल यूनिट तथा 120 बीबीपैट की जांच का काम पूरा किया गया जो क्रमशः 4, 5 और 5 प्रतिशत है|जांच के दौरान 3 बैलेट यूनिट, 141 कंट्रोल यूनिट तथा 01 बीबीपैट खराब पाया गया |प्रमंडलीय स्तर पर एसे उपकरणों को जमा कर ठीक कराने के लिए हैदराबाद भेजा जाएगा| एफएलसी के अंतर्गत मशीनों की सफाई, पुराने चिन्हों और डाटा को हटाना, दृश्य निरीक्षण, बटन कार्यक्षमता परीक्षण और मॉक पोल शामिल हैं। प्रत्येक मशीन में सभी 16 बटनों पर 6-6 वोट डालकर कुल 96 वोट का परीक्षण किया जाता है और मॉक डाटा को हटाया जाता है। इसके अलावा, कुछ मशीनों पर विस्तृत मॉक पोल भी किया जाता है। इसके तहत कुल मशीनों के 1 प्रतिशत मशीनों पर 1200 वोट, 2 प्रतिशत पर 1000 वोट और 2 प्रतिशत पर 500 वोट डालकर परिणामों का मिलान वीवीपैट पर्चियों से किया जाता है। प्रयोग की गई वीवीपैट पर्चियों का प्रतिदिन पेपर श्रेडिंग मशीन द्वारा विनष्टीकरण किया जाता है। एफएलसी प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में मशीनों की सीलिंग पिंक पेपर सील द्वारा की जाती है, जिस पर ईसीआईल अभियंता, एफएलसी पर्यवेक्षक और दलों के प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर होते हैं। पूरा कार्य आईपी आधारित सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और लाइव वेबकास्टिंग के अंतर्गत संपन्न हो रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर जांच स्थल पर अग्निशमन वाहन, फायर अलार्म और चिकित्सा टीम भी तैनात की गई है। सभी अनुमोदित मशीनों की सूची ईएमएस 2.0 पोर्टल से डाउनलोड कर सभी मान्यता प्राप्त दलों को उपलब्ध कराई जा सकता है। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी, कॉंग्रेस पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल यू, सीबीआई, सीपीआई (एमएल) तथा लोक जनशक्ति पार्टी के प्रतिनिधि मौजूद थे| बता दें कि प्रथम स्तरीय जांच में कंपनी द्वारा भेजे गए अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति भारत निर्वाचन आयोग की और से रेंडम विधि से किया जाता है ताकि पारदर्शिता बनी रहे|