हॉस्टल में छात्र की संदिग्ध मौत, परिजनों ने स्कूल संचालक पर लगाया लापरवाही का आरोप
मधेपुरा,अंग भारत | सदर थाना अंतर्गत बेलहा घाट स्थित बीएस पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा एक के एक छात्र की शनिवार को संदिग्ध हालत में मौत हो गई। मृतक छात्र की पहचान मुरलीगंज के रामपुर पंचायत के वार्ड 13 निवासी राकेश कुमार के पुत्र उज्ज्वल कुमार (13) के रूप में हुई है। मृतक छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उज्ज्वल की माता ने आरोप लगाया कि छह हजार रुपया फीस बकाया रहने के कारण स्कूल वालों ने मेरे बेटे को मार दिया। उन्होंने बताया कि शनिवार को जब हम पैसा लेकर स्कूल पहुंचे तो एक शिक्षक ने हमको बैठने को कहा। फिर शिक्षक ने कहा कि पैसा ले कर आए हैं तब बच्चा से मिलने दिया जाएगा। हम बोले हां आपका सब बकाया पैसा लेकर आए हैं। लेकिन काफी देर तक बच्चा से मिलने नहीं दिया गया। उसी स्कूल में पढ़ रहे मेरा छोटा बेटा आनंद कुमार ने बताया कि भाई को एक रूम में बंद कर के रखा है। जब हम जबरदस्ती गेट पर धक्का देने लगे तो गेट खुला देखा कि उज्जवल बेड पर अचेत अवस्था में पड़ा हुआ है। वह तभी ही मृत था।वहीं उसी विद्यालय में एम 3 में पढ़ रहे मृतक छात्र के भाई आनंद कुमार ने बताया कि तीन दिन पहले भैया की तबीयत खराब हुई थी। लेकिन तबीयत खराब होने के बाद से हीं शिक्षक मनीष कुमार उसे अपने भाई से मिलने नहीं दे रहा था। उन्होंने बताया कि भैया को एक रूम में बंद कर दिया गया था। ना मेरे पास सोने दिया जाता था ना हीं उनसे मिलने दिया जाता था। जब हम घर फोन लगा कर बात कराने को कहते थे तो बात भी नहीं करवाया जाता था।मृतक के पिता राकेश कुमार ने स्कूल संचालक द्वारा स्थिति को छुपाने और शव को चुपचाप घर भेजने की कोशिश का भी आरोप लगाया है। बताया गया कि संचालक के प्रभाव के चलते एम्बुलेंस ड्राइवर को शव और परिजनों को गांव तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया था। लेकिन रास्ते में हमारे गांव के लोगों को जानकारी मिलते ही एम्बुलेंस को रोका गया और पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और स्कूल संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।रामपुर निवासी अमित यादव का कहना है कि स्कूल प्रशासन और संचालक के प्रभाव के चलते ऐसी घटनाएं दबा दी जाती हैं। ऐसे क्रूर व्यवहार के लिए स्कूल प्रशासन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने जिला अधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी से कठोर कार्रवाई कर न्याय दिलाने की मांग की है। वहीं इस घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है और परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं।वहीं मामला को बढ़ता देख स्कूल प्रबंधन के सभी लोग फरार हो गए हैं। बताया जा रहा है कि विद्यालय में कोई भी शिक्षक या अन्य कर्मी नहीं है। मामले में जानकारी लेने की जब कोशिश की गई तो स्कूल के किसी भी कर्मी से संपर्क नहीं हो पाया। इस संबंध में मधेपुरा थानाध्यक्ष विमलेंदु कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज की गई है। अनुसंधान जारी है। जल्द ही कार्रवाई होगी।