परिवारिक कलह से तंग आकर एक वृद्ध दम्पति ने ट्रेन में कटकर दी अपनी जान
चान्दन/बांका, अंग भारत| बीते कल यानि रविवार को बांका जसीडीह रेलखंड के पारडीह गाँव के समीप पारिवारिक कलह से तंग होकर पैलवा गाँव के एक वृद्ध दम्पत्ति द्वारा बांका अंडाल सवारी गाड़ी के सामने कूदकर अपनी अपनी जान गवां देने वाली घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है |चार पुत्रों सहित नाती पोते से भरा पूरा परिवार रहते हुए एक वृद्ध दम्पत्ति द्वारा इस प्रकार की आत्महत्या जैसा कदम उठा लेना सामाजिक व्यवस्था और वृद्ध माता पिता के प्रति लोगों की सोच पर सवाल उठ रहा है |पितृ दिवस पर आत्मा को व्यथित कर देने वाली इस ह्रदयविदारक घटना पर अपनी गहरी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चांदन थाना मे प्रतिनियुक्त पु अ नि सह अपर थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार ने कहा कि उक्त घटना के दिन पूरा देश पितृ दिवस मना रहा था और अपने माता पिता के प्रति सम्मान व प्रेम का इजहार कर रहा था |ऐसे मौके पर इस प्रकार की घटना काफी निंदनीय है |अपर थानाध्यक्ष ने इस प्रकार की घटना पर सवाल उठाते हुए कहा कि चार पुत्रों के होते हुए एक वृद्ध दम्पत्ति को आत्महत्या जैसा भयानक कदम उठाने पर मजबूर होना यह केवल पारिवारिक विफलता नहीं हो सकती बल्कि यह सामाजिक और नैतिक मूल्यों के पतन का प्रतीक है |यह घटना उन पुत्रों के लिए कलंक है, जिसके लिए उसके माता पिता ने अपना जीवन समर्पित कर दिया और अंत समय मे अपने पुत्रों द्वारा की गयी उपेक्षा के कारण अपने आपको उस उपेक्षा और तिरस्कार के आग मे झोंक दिया |साथ ही उन्होंने कहा कि एक पुलिस पदाधिकारी होने के नाते मैं इस घटना से व्यथित और आत्मग्लानि से भरा हूँ |उन्होंने अपने अपने वृद्ध माता पिता की देखभाल करने, माता पिता को बोझ नहीं बल्कि जीवन का आशीर्वाद समझने, उनकी सेवा करना मौलिक कर्तव्य नहीं बल्कि जीवन की पूंजी समझने की अपील करते हुए एक सामाजिक व्यवस्था बनाने पर जोर दिया जहां किसी भी माता पिता को अकेलेपन, तिरस्कार और उपेक्षा के कारण आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठाना पड़े |