अभ्रक माइंस पर छापेमारी में दो ट्रैक्टर दो कंप्रेसर जब्त, डीएफओ ने की कार्रवाई
नवादा, अंग भारत । वन प्रमंडल पदाधिकारी श्रेष्ठ कुमार कृष्ण के नेतृत्व में रजौली थाना क्षेत्र के हरदिया पंचायत के भानेखाप अभ्रक माइंस पर बुधवार को वन विभाग की टीम और जिला पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की ।जिसमें चार ट्रैक्टर को जब्त किया गया है।उसमें दो कंप्रेसर लगा हुआ है और मौके से चार बोरी अभ्रक जब्त किया गया है। वन विभाग के रेंजर मनोज कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि भानेखाप का अभ्रक माइंस पर अभ्रक का अवैध उत्खनन किया जाता है। इसी सूचना के आलोक में वन प्रमंडल पदाधिकारी नवादा के नेतृत्व में जिला पुलिस बल के सहयोग से छापेमारी की गई ।जिसमें चार ट्रैक्टर को जप्त किया गया है। दो ट्रैक्टर में कंप्रेसर लगा हुआ है। ट्रैक्टर अभ्रक के अवैध उत्खनन में इस्तेमाल किया जाता है। मौके से चार बोरी अभ्रक भी जप्त किया गया है। इस मामले में बारीकी से पता लगाया जा रहा है कि अभ्रक का उत्खनन कौन करता हैं। उनके विरुद्ध वन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग की टीम जो ट्रैक्टर पकड़ कर ले गई है ।उसे खनन से कोई मतलब नहीं था और नहीं वह अभ्रक माइंस के पास था ।जबरन बलपूर्वक अपने पावर का दुरुपयोग करते हुए घर के पास से खींचकर ट्रैक्टर को ले जाने का काम किया गया है। हम ग्रामीण जिले के डीएम और सांसद से मांग करते हैं कि इसका पूरा निष्पक्ष जांच हो और दोषी वन विभाग के अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। हालांकि वन अधिकारियों ने ग्रामीणों के दावा को गलत बताते हुए अभ्रक माफिया के ट्रैक्टर को जब्त करने की बात कही है।वन प्रमंडल पदाधिकारी श्रेष्ठ कुमार कृष्ण ने ग्रामीणों के आरोप पर स्पष्ट रूप से कहा है कि हमने जो ट्रैक्टर पकड़ा है वह अभ्रक के खनन में सम्मिलित थे। इस संबंध में हमारे यहां कोर्ट भी चलेगा। जिसमें संबंधित ट्रैक्टर मालिक को नोटिस भी किया जाएगा ट्रैक्टर मालिक अपने साक्ष्य के साथ इस बात को अगर साबित करेंगे कि उनका ट्रैक्टर अभ्रक के खनन में सनलिप्त नहीं था तो उसे मुक्त किया जाएगा।