मधेपुरा

महिला संवाद कार्यक्रम हुआ संपन्न

मधेपुरा,अंग भारत| प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत 153 महिला ग्राम संगठन में आयोजित की जा रही महिला संवाद कार्यक्रम का समापन मंगलवार को हो गया।महिला संवाद समापन कार्यक्रम का नेतृत्व प्रखंड परियोजना पदाधिकारी चंद्रमोहन पासवान ने किया।मौके पर क्षेत्रीय समन्वयक अभिषेक कुमार,कार्यालय सहायक सुधीर कुमार,सामुदायिक समन्वयक  गोपाल कुमार,प्रिंस पप्पू,लेखपाल अभिमन्यु कुमार,पूनम कुमारी, एसजेवाई एमआरपी कमलेश कुमार,कुमार साजन गिरचन पासवान,जीविका मित्र शशिकांता कुमारी सहित अन्य जीविका कैडर और जीविका दीदी मौजूद थी।महिला संवाद कार्यक्रम में दर्जनों महिलाओं ने भाग लिया और सरकार के समक्ष खुलकर बात रखी। प्रखंड परियोजना पदाधिकारी चंद्रमोहन पासवान ने कहा कि विकास की राह का वाहक बन रहा है महिला संवाद कार्यक्रम महिला संवाद कार्यक्रम सशक्त, जागरूक और भागीदारीपूर्ण बिहार की ओर एक मजबूत कदम हैं। इस मंच के माध्यम से महिलाएं अपनी समस्याओं को उजागर कर रही है ओर विकास की संभावनाओं को तलाश कर रही हैं। साथ ही महिलाएं अपनी अपेक्षाओं और आवश्यकताओं को सरकार तक सीधे पहुंचा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला संवाद कार्यक्रम सरकार के साथ महिलाओं के सीधे संवाद का अनूठा माध्यम है। कार्यक्रम के दौरान महिला संवाद जागरूकता वाहन के डिजिटल स्क्रीन पर लोक कल्याणकारी योजनाओं की सफलता पर आधारित तीन फिल्में प्रदर्शित की गई। संवाद कार्यक्रम के दौरान जीविका दीदियों ने सामुदायिक निवेश निधि और प्रारंभिक निवेश निधि से प्राप्त ऋण पर ब्याज दर घटाने की मांग को पुरजोर तरीके से रखा। इसके साथ ही दीदियों ने जीविका भवन, ग्राम संगठन भवन, निर्माण की भी इच्छा जताई है। दीदियों ने पाइप लाइन से गैस की सुविधा उपलब्ध कराने, प्रदूषण से मुक्ति की भी मांग की। साथ ही वे गांवों में सामुदायिक पुस्तकालय, सामुदायिक भवन, खेल मैदान, पार्क और विवाह भवन की उपलब्धता की भी मांग उठाई। महिलाओं ने गांव में सिलाई केंद्र की स्थापना तथा उत्पादों की बिक्री की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। इसके साथ ही पंचायत स्तर पर फ्री वाई फाई की सुविधा, जन औषधि केंद्र,कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र उपलब्ध कराने की मांग की है। वही इस दौरान उपस्थित जिला परिषद सदस्य अनिकेत कुशवाहा ने कहा कि सरकार महिला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न तरह से कार्य कर रही है और उसका फायदा भी महिलाओं को मिल रहा है उन्होंने कहा कि खास कर जीविका के माध्यम से आज महिलाएं खुलकर अपनी बातों को रख रही हैं जीविका महिला सशक्तिकरण का एक बेहतर प्लेटफॉर्म है जिससे महिलाये आत्म निर्भर हो रही है।

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