रबी फसल के क्षतिपूर्ति का आकलन करने कृषि विभाग की टीम पहुंची उपरामा
रजौन/बांका, अंग भारत। पिछले दिनों बेमौसम हुई बारिश व ओलावृष्टि की वजह से बर्बाद हुए रबी फसल के क्षतिपूर्ति का आकलन करने कृषि विभाग की टीम मंगलवार को प्रखंड के उपरामा गांव पहुंची। बता दें कि विगत 9 अप्रैल व 12 अप्रैल की रात्रि तेज हवा के साथ हुई बारिश की वजह से रजौन प्रखंड के किसानों को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। सर्वाधिक नुकसान रजौन प्रखंड के कृषि प्रक्षेत्र उपरामा के दर्जनों किसानों के खेत में लगे गेहूं के फसल को पहुंचा दिया है। किसानों ने काफी मुश्किल से अपने खेतों में रबी फसल की बोआई की थी, लेकिन अब जब फसल काटने की बारी आई तो उससे पूर्व हुई बेमौसमी बारिश ने खेतों में लगे फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हुए किसानों के कमर को तोड़ कर रख दिया है। फसल बर्बाद होने से किसान काफी निराश व हताश हो गए हैं और सरकार से समुचित मुआवजा की गुहार लगा रहे हैं। इसी कड़ी में सरकार एवं वरीय अधिकारियों के आदेश पर मंगलवार 15 अप्रैल को प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरविद कुमार के नेतृत्व में प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी संजय कुमार निराला, वरीय कृषि समन्वयक प्रवीण कुमार पांडेय, कृषि विभाग के कार्यपालक सहायक मिथिलेश कुमार उजाला, पंचायत कृषि सलाहकार शशि भूषण पांडेय किसानों के रबी फसल के क्षति का आकलन करने के लिए उपरामा गांव पहुंचे, जहां सर्वप्रथम पीड़ित किसान अंजनी चौधरी के घर पर पहुंच कर उनके खेतों की बर्बाद हुए गेहूं की फसल को देखने के बाद पीड़ित किसान अंजनी चौधरी, निरंजन चौधरी, रुपेश चौधरी, राजकुमार चौधरी के साथ अन्य किसानों के खेत में लगे गेहूं सहित अन्य रबी फसलों का जायजा लिया। उपरामा ग्राम निवासी पीड़ित किसान मिथिलेश चौधरी के खेत में लगे गेहूं के फसल को देखकर किसी विभाग के अधिकारी काफी दंग एवं मर्माहत हो गए। किसान अंजनी चौधरी आदि ने कृषि विभाग के अधिकारियों को जानकारी देते हुए बताया कि मिथिलेश चौधरी सहित अन्य किसानों के गेहूं की फसल को पहली बारिश जो 9 अप्रैल को हुई थी, उसी दिन व्यापक पैमाने पर क्षति पहुंचा दिया था। वहीं इसके बाद एकबार फिर 12 अप्रैल दिन शनिवार की मध्य रात्रि तेज आंधी-तूफान व ओलावृष्टि के बीच हुई बारिश ने और अधिक नुकसान पहुंचा दिया है। वहीं प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरविद कुमार ने बारिश एवं ओलावृष्टि के बीच हुई रबी फसल के क्षति का आकलन करने के बाद किसानों के हित में जानकारी देते हुए बताया कि जिन-जिन किसानों का ओलावृष्टि एवं बारिश की वजह से क्षति पहुंची हुई है, वैसे रैयत एवं गैर रैयत किसानों को हर हाल में 21 अप्रैल तक सहकारिता विभाग के ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करने के लिए कहा गया है।