सहरसा

पड़रिया पंचायत सरकार भ वन का निर्माण स्थल बना रणक्षेत्र

सहरसा, अंगभारत। जिले के काशनगर थाना क्षेत्र अन्तर्गत राजस्व ग्राम पड़रिया मे बीते दिनों पंचायत सरकार भवन के लिए चयनित भूमि को अवैध कब्जा खाली कराने गई पुलिस पब्लिक झड़प मामला गंभीर बनता जा रहा है। इससे अंचल प्रशासन और काशनगर थानाध्यक्ष विक्की रविदास के उदासीनता स्पष्ट रूप से दिख रही है। वरीय पदाधिकारी के सामने एक दलित महिला को दौड़ा दौड़ा कर स्थानीय चौकीदार बिजेन पासवान और घनश्याम पासवान के द्बारा लाठी डंडा से घसीटते हुए जबरन पीटा गया। आखिर ऐसा परिस्थिति क्यों बना बड़ी सवाल है। सरकार भवन के लिए विवाद से मुक्त भूमि का चयन करना चाहिए जब रैयतों के द्बारा बीते कई वर्षों उक्त जमीन पर न्यायालय में मुकदमा लंबित है तो ऐसे भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र अंचलाधिकारी सोनवर्षा को नही देना चाहिए। पूर्व मे ही इसकी जांच गहनता से करनी चाहिए। साथ ही जब मामला गंभीर था तो काशनगर के थानाध्यक्ष विक्की रविवार को पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था कर विवादित स्थल पर जाना चाहिए। और महिला पुलिस बल की यदि पूरी व्यवस्था करके खाली कराया गया होता तो ऐसा फजीहत नही होता। ऐसे में एकतरफ वर्दी बदनाम तो दूसरी तरफ लाचार बेसहारा गरीब लोग बिलखती आंसू है। ऐसे घटनाओं से प्रशासन को सीख लेने की जरूरत है। इधर सोनवर्षा के पंचायती राज पदाधिकारी के आवेदन पर 13 लोगो के विरुद्ध हुआ प्राथमिकी दर्ज की गई। बीपीआरओ पिकी देवी के आवेदन पर अस्थायी रूप से झोपड़ी बना रास्ता अवरुद्ध करने व उग्र रूप से कार्य को बाधित करने के मामले में 13 लोगो के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई। जिसमे चंद्रकिशोर साह, अमन कुमार, संतोष साह, विपिन साह, पिटू साह, यामा देवी, लुचो साह, विजय साह, संगीता देवी, पुतुल देवी, राधा देवी, नीतू देवी, सविता देवी को नामजद किया गया। अब देखना है कि आखिरकार प्रशासन क्या कर पाती है।

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