सहरसा

फसल क्षति का आकलन नहीं होने से किसान परेशान

सहरसा, अंगभारत। जिले के बनमा ईटहरी प्रखंड के विभिन्न पंचायत में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश व तेज हवा से सैकड़ो एकड़ भूमि में लगी मक्का का फसल बर्बाद हो गई। जिससे किसान के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया। लेकिन कृषि विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मचारी गहरी नींद में सोई हुई है। एक सप्ताह बाद भी क्षति हुए फसलों का आकलन कृषि पदाधिकारी के पास नहीं है। लेकिन कृषकों को संतुष्ट कर रहे हैं। लेकिन किसान के हृदय पर हुई बेमौसम प्रहार से संभल नहीं रहे हैं। प्रखंड कृषि पदाधिकारी हरेराम सिह ने बताया कि शनिवार को प्रखंड क्षेत्र के करीब सभी पंचायत में बाईक से घुमकर मुआएना किया गया है।फसल छति सरकारी मापदंड को कही नहीं छु पा रही है। कृषि पदाधिकारी के इस बयान से किसानों में आक्रोश पनपने लगा है। किसान आंदोलन करने को तैयार हैं। किसानों का कहना है कि पदाधिकारी बाईक से सड़क मार्ग से निकलते रहे। किसानों के खेत को नहीं देखे है। घर बैठे प्रतिवेदन विभाग को समर्पित करते हैं तो आंदोलन किया जाएगा। प्रखंड के सहुरिया, जमालनगर में गेहूं और मक्का पुरी तरह छतिग्रस्त है, जबकि ईटहरी, सरबेला, रसलपुर, घोरदौड़ एवं महारस पंचायत में तेज हवा से हुई मक्का फसल क्षति हुई है। जिससे किसान परेशान हैं।

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