पूर्व विधायक प्रतिनिधि ने उठाए सवाल, गोड्डा से दो मंत्री रहने के बाद भी बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं
(गोड्डा) अंगभारत:-भीषण गर्मी की शुरुआत होते ही गोड्डा जिले की बिजली व्यवस्था पर गोड्डा के पूर्व विधायक अमित मंडल के प्रतिनिधि गप्पू सिन्हा ने कहा की वर्तमान में जिले में दो-दो मंत्री हैं। एक विधायक हैं। अगर इस विषय पर संज्ञान लेते हैं तो बिजली ब्यवस्था और भी दुरुस्त हो सकती है। विभागीय संसाधन को पूरा करते हुए व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सकता है। ज्ञात हो झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड एवं ऊर्जा विभाग झारखंड सरकार गोड्डा विद्युत आपूर्ति प्रमंडल को देवघर आपूर्ति अंचल से अलग कर गोड्डा को अंचल कार्यालय बनाने की घोषणा का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है।बिद्युत बिभाग गोड्डा को पत्र भी भेज दी गई है।परंतु पत्र आने के तीन माह बीत जाने के बावजूद भी झारखंड सरकार एवं बिद्युत निगम कार्यालय के द्वारा कोई पहल नहीं होते दिख रहा है।खास कर गोड्डा जिला में अन्य जिला की तुलना में बिजली व्यवस्था काफी दयनीय रहती है।थोड़ा सा आंधी तूफान या बारिश होने की स्थिति में बिजली व्यवस्था अस्त व्यस्त हो जाती है।और उपभोक्ताओ को घंटों बिजली का इंतजार करना पड़ता है।अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पोल तार एवं अन्य बिजली उपकरण की स्थिति काफी ही दयनीय है।प्रत्येक दिन तार पोल गिरने की सूचना मिलती रहती है।पुराने पोल तार एवं इंसुलेटर ब्रेकडाउन की स्थिति खड़ी करती है।संसाधन के अभाव में गोड्डा जिला के विद्युत व्यवस्था अस्त व्यक्त रहती है।अगर निर्देशित पत्र प्राप्त होने के आलोक में गोड्डा में विद्युत अंचल कार्यालय काम करना शुरू कर दे तो गोड्डा को अपना केंद्रीय भंडार होगा विद्युत सामग्री एवं अन्य बिजली उपकरण के लिए देवघर जाना नहीं पड़ेगा। सर्किल ऑफिस बनाये जाने से अधीक्षण अभियंता का तत्काल पुराना समाहरणालय स्थित बिल्डिंग में चेंबर बनाया जा सकता है। और इसकी पहल अविलंब हो सकती है। वर्तमान में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना भी लगभग 81 करोड़ की राशि से RDSS स्कीम द्वारा विद्युतीकरण का कार्य जारी है।जिसमे जर्जर पोल कवर तार जरूरतमंद स्थानों पर ट्रांसफार्मर लगाया जाना है।मगर बहुत ही धीमे अस्तर से कार्य चल रहा है। इसे द्रुत गति से करवाने की जरूरत है।ताकि बिजली व्यवस्था सुदृढ़ हो सके।