बिहार दौरे पर निकले जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर गुरूवार को पहुंचे धोरैया
बांका ,अंग भारत | बिहार दौरे पर निकले जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर गुरूवार को धोरैया पहुंचे। प्रखंड मुख्यालय स्थित खेल मैदान में हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। सबसे अहम घोषणा उन्होंने शराबबंदी कानून को लेकर की। प्रशांत किशोर ने कहा, अगर बिहार में हमारी सरकार बनी तो शराबबंदी कानून को खत्म कर दिया जाएगा। यह कानून पूरी तरह विफल हो चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य में शराब बंदी कानून लागू है लेकिन अवैध बिक्री और होम डिलीवरी खुलेआम हो रही है। यह कानून अब सिर्फ दिखावा बनकर रह गया है। आगे उन्होंने कहा की 10 वर्ष तक बड़े-बड़े नेताओं और दल को जीताकर देखा लेकिन जनता के हित में किसी ने काम नहीं किया। जो जीता वह हेलीकॉप्टर पर गया लेकिन आपके और हमारे बच्चे वहीं के वहीं रह गए। इसलिए हमने यह अभियान शुरू किया है। जन सुराज की सरकार बनी तो 60 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को 400 रूपए भीख नहीं 2 हजार रुपए प्रतिमा दिया जाएगा। हमारी सरकार बनने पर नीतीश के खिचड़ी वाले स्कूल की व्यवस्था को दुरुस्त करने तक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की भी फीस जन सुराज ही देगी ताकि गरीब का भी बच्चा अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ सके। सभी नेता अपने बच्चों के विकास में लगे हुए हैं लेकिन गरीबों के बच्चे को देखने वाला कोई नहीं। उन्होंने कहा कि लाखों मजदूर आजीविका के लिए बिहार से बाहर जा रहे हैं, जो राज्य के विकास में सबसे बड़ी बाधा है। उनकी सरकार बनने पर स्थानीय उद्योगों, और क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे ताकि पलायन को रोका जा सके। प्रशांत किशोर ने कहा के नीतीश सरकार ने घोषणा की थी कि 50 लाख भूमिहीन,दलित महादलित परिवारों को 3 डिसमिल जमीन दी जाएगी। लेकिन 20 साल के कार्यकाल के बाद भी मात्र 2 लाख 34 हज़ार परिवारों को ही तीन डिसमिल जमीन दी गई है। इसलिए जीविका दीदी, विकास मित्र और टोला सेवक चाहें जितना भी जदयू का प्रचार कर ले जनता नीतीश को वोट नहीं देने वाली है। अब लालू,नीतीश और मोदी का राज नहीं,जनता का राज चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे को लेकर भी प्रशांत किशोर ने सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री चुनावी सभाओं में सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने अंत में जनसभा में उपस्थित जनता से अपील की कि वे जाति, धर्म, पार्टी का झंडा, 5 किलो अनाज से ऊपर उठकर और जागरूक होकर अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए मतदान करें और ऐसी सरकार चुनें जो जमीनी हकीकत को समझे और आम जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दे।