सुपौल

अंचल कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार को लेकर छात्र राजद का धरना पदर्शन

त्रिवेणीगंज/सुपौल, अंग भारत। छात्र राजद के नेतृत्व में नगर परिषद क्षेत्र के पशु अस्पताल के प्रांगण में मंगलवार को धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने अंचलाधिकारी पर भ्रष्टाचार, दलाली और आमजन से अवैध वसूली जैसे गंभीर आरोप लगाए। साथ ही तत्काल तबादले की मांग करते हुए प्रशासन की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया। राजद के प्रदेश सचिव ने कहा कि त्रिवेणीगंज जिले का सबसे बड़ा अंचल है। लेकिन यहां जनता को उनका हक दिलाने की बजाय उनसे मोटी रकम वसूली जाती है। उन्होंने प्रखंड क्षेत्र के जदिया फुलकाहा वार्ड नंबर बीस की अगलगी की घटना का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि पीड़ितों को अब तक मुआवजा नहीं मिला। अंचलाधिकारी मौके पर आईं लेकिन कह दिया कि कोई सरकारी प्रावधान नहीं है। राजद जिलाध्यक्ष संतोष सरदार ने कहा कि अंचल कार्यालय अब दलालों का अड्डा बन चुका है। बिना चढ़ावे के जाति प्रमाण पत्र से लेकर म्यूटेशन तक कोई काम नहीं होता। अंचलाधिकारी ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें मनगढ़ंत और पूर्वनियोजित साजिश बताया। उन्होंने कहा, कुछ स्वार्थी तत्वों की अवैध मांगें पूरी न हो पाने के कारण अब वे आंदोलन का सहारा ले रहे हैं। महिला अफ़सर होने के कारण मुझे निशाना बनाया जा रहा है। प्रियंका सिह ने काम के आंकड़े भी सार्वजनिक किए जिसमें सोलह सौ में से ग्यारह सौ बारह म्यूटेशन आवेदनों का निष्पादन, शेष चार सौ अठाईस प्रक्रियाधीन पचासी प्रतिशत परिमार्जन, छियतर प्रतिशत मापी, अठासी प्रतिशत अतिक्रमण, एक्हतर प्रतिशत, बसेरा-2 सौ प्रतिशत, एलपीसी आवेदन जाति, आय, आवासी,ई डब्ल्यू एस,एनसीएल अठारह हजार एक सौ अठावन में से सोलह हजार दो सौ चौरानवे निष्पादित, मात्र अठारह सौ चौसठ लंबित है उन्होंने दावा किया कि कार्यालय में ऑनलाइन पारदर्शिता, बिचौलियों पर नकेल, और कार्यशैली में जवाबदेही ने कई गैर-जरूरी हितों को नुकसान पहुंचाया है जिसका नतीजा यह आंदोलन है। यह एक महिला अफ़सर को डराने की साज़िश, क्योंकि वह अब पुराने सिस्टम से खेलने को तैयार नहीं निर्णय जनता को करना है ।

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