नई दिल्ली

पीडब्ल्यूडी मंत्री ने 21 दिनों के सफाई और सुधार अभियान का किया ऐलान, बोले नहीं चलेंगे बहाने

नई दिल्ली,अंग भारत। दिल्ली के लोक निर्माण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने शनिवार को 21 दिन के विशेष सफाई और सुधार अभियान का ऐलान किया है। इसके तहत दिल्ली की सड़कों, नालों, सार्वजनिक स्थलों और फ्लाईओवर के नीचे की जगहों को पूरी तरह साफ किया जाएगा।मंत्री प्रवेश वर्मा ने दिल्ली सचिवालय में आयोजित चर्चा में अधिकारियों को संदेश देते हुए कहा कि दिल्ली में अब सिर्फ काम होगा, बहाने नहीं चलेंगे। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी को अपनी नकारात्मक छवि से बाहर निकालना होगा।इस चर्चा में प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीडब्ल्यूडी अणबरसु, स्पेशल सेक्रेटरी रुचिका कत्याल, इंजीनियर इन चीफ नईमुद्दीन और मुख्य अभियंता से लेकर जूनियर इंजीनियर स्तर तक के अधिकारी मौजूद रहे।मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि आज पीडब्ल्यूडी को लेकर जनता में भरोसा नहीं है। कभी सड़क खुदती है तो महीनों वैसी ही पड़ी रहती है। कभी नाले की सफाई अधूरी रह जाती है। लोग सोचते हैं कि पीडब्ल्यूडी का मतलब है फाइलों में घूमता काम। ये छवि अब बदलनी होगी। हम सबको मिलकर इस विभाग को फिर से सम्मान दिलाना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार आपके लिए कैसी भी हो, आपको काम करना ही होगा।मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि असली संतोष तभी मिलेगा जब अधिकारी अपने काम को गर्व से देखेंगे। जॉब सेटिस्फेक्शन फाइलों से नहीं, फील्ड में काम से आता है। आप जिन सड़कों को बनाते हैं, जिन नालों को साफ करते हैं, वहीं से दिल्ली की सुंदरता निकलती है। उन्होंने कहा कि 21 दिन में दिल्ली से मलबा, गंदगी और जलभराव पूरी तरह खत्म हो जाना चाहिए। उन्होंने पूरे विभाग को स्पष्ट लक्ष्य देते हुए कहा कि अगले 21 दिन में पूरी दिल्ली साफ होनी चाहिए।मंत्री ने अफसरों से कहा कि यह विभाग ही आपको रोजी-रोटी देता है। आप इसी विभाग की वजह से घर चलाते हैं। तो इस विभाग की गरिमा का ख्याल रखना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। पैसे का बर्बादी हम नहीं करेंगे। हर टेंडर जनरल होना चाहिए। जो भी काम हो—वो क्वालिटी का हो, सही रेट पर हो, और समय पर हो।प्रवेश वर्मा ने विभागीय अनुशासन को लेकर भी दो टूक कहा कि अब सिर्फ जेई या एई पर एक्शन नहीं होगा। अगर चीफ इंजीनियर तक को सस्पेंड करना पड़े, तो किया जाएगा। उन्होंने शहर के फ्लाईओवरों के नीचे फैली गंदगी, असामाजिक गतिविधियों और अतिक्रमण पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आपके ही विभाग के तहत आने वाले फ्लाईओवर के नीचे नशा, भिखारी, कूड़ा और अंधेरा दिखता है। कोई केस कोर्ट में है, कोई फाइल लंबित है—मगर दिल्ली की सुंदरता के साथ यह अन्याय है। यह सब हटना चाहिए। आप लोग इन जगहों को उपयोग में लाने के सुझाव दें।

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