किसानों की समस्या को लेकर जल संसाधन मंत्री से मिले पूर्व विधायक
बांका, अंग भारत। धोरैया विधानसभा अंतर्गत रजौन एवं धोरैया प्रखंड के किसानों की सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर पूर्व विधायक मनीष कुमार ने बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी से मिलकर दोनों प्रखंडों के विभिन्न योजनाओं की पूर्ति हेतु एक मांग पत्र सौंपा। इस दौरान पूर्व विधायक मनीष कुमार ने जल संसाधन मंत्री से मिलकर पूर्व में की गई मांग को एकबार फिर से दोहराया, जिसमें रजौन प्रखंड के विभिन्न पंचायत सिंहनान, मंझगाय-डरपा, कठौन, संझा-श्यामपुर एवं हरना बुजुर्ग के किसानों के खेतों के लिए सिंचाई व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर मोहनपुर के पास चेकडेम या कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की ताकि किसानों की सिंचाई व्यवस्था पुनः सुचारू रूप से बहाल हो सके। उन्होंने बताया कि इसी चांदन नदी पर पश्चिम की ओर पानी जाने के लिए हेड रेगुलेटर आउटलेट रहने के कारण नदी के पश्चिम हिस्सा अमरपुर क्षेत्र में पानी मिलता रहता है, लेकिन चांदन नदी के पूर्वी तटबंध पर एक भी हेड रेगुलेटर आउटलेट नहीं रहने के कारण रजौन प्रखंड क्षेत्र के किसानों को समुचित मात्रा में पानी नहीं मिल पाता है, इसके लिए उन्होंने चांदन नदी के पूर्वी तटबंध पर भी हेड रेगुलेटर आउटलेट बनाने की मांग रखने के साथ-साथ बाबुरा प्रशाखा नहर में जमे गाद, वृक्ष, झाड़ीनुमा संरचना की सफाई करने की भी मांग रखी है, ताकि एकोरिया से धोरैया के अंतिम छोर धनकुंड तक किसानों के खेतों तक पानी सुचारू रूप से पहुंचाया जा सके। गाद युक्त एवं झाड़ी रूपी वृक्ष रहने से पानी का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। इधर पूर्व विधायक मनीष कुमार ने बताया कि उनके समक्ष ही जल संसाधन मंत्री ने भागलपुर प्रमंडल के मुख्य अभियंता मोहम्मद सोहेल को निर्देशित करते हुए कहा है कि बरसात से पूर्व ही पानी के प्रवाह दुरुस्तीकरण हेतु निरीक्षण कर समुचित व्यवस्था करें एवं उन्हें रिपोर्ट दें। पूर्व विधायक मनीष कुमार ने आगे कहा कि सड़क विहीन विधानसभा में सड़क की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ-साथ करीब 1200 किलोमीटर सड़कों का जाल बिछाया है। अब शिथिल पड़े सिंचाई व्यवस्था को पुनः पुनर्नवीनीकरण हेतु प्रयासरत हूँ और जल्द ही इसका परिणाम दिखेगा। वहीं जदयू किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह एवं प्रखंड अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह ने बताया कि धोरैया विधानसभा के सिंचाई व्यवस्था बहाली को लेकर पूर्व विधायक लगातार प्रयासरत रहे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप ही बरौनी गांव के समीप कतरिया नदी पर 35 करोड़ की लागत से चेक डेम का टेंडर हो चुका है एवं दोनों प्रखंडों की विभिन्न सिंचाई योजनाएं टेंडर की प्रकिया में है।